मिजोरम के हनथियाल जिले में सोमवार को एक पत्थर खदान ढह गई। हादसे में 12 मजदूरों के फंसे होने की आशंका जताई गई थी। मंगलवार रात तक BSF की टीम ने 11 शवों को निकाल लिया है। अभी भी एक मजदूर लापता है। घटना मौदढ़ इलाके में 14 नवंबर को दोपहर करीब 3 बजे हुई। बचाव टीमों ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था।
खदान ढलने के दौरान 13 मजदूर थे SP विनीत कुमार ने बताया कि हादसे के वक्त ABCIL इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के 13 मजदूर खदान में काम कर रहे थे। एक मजदूर वहां से भागने में सफल रहा, लेकिन 12 मजदूर नहीं निकल सके। वे मलबे में फंस गए। SP ने बताया था कि शाम 7.30 बजे तक किसी भी मजदूर को निकालने में सफलता नहीं मिल सकी।
मशीनें भी मलबे में दबीं यह खदान पिछले ढाई साल से ऑपरेशनल है। सूत्रों के मुताबिक मजदूर दोपहर का खाना खाकर लौटे ही थे कि खदान ढह गई और वे उसके नीचे फंस गए। मजदूरों के साथ 5 खुदाई मशीनें और कई ड्रिलिंग मशीनें भी खदान में दब गई हैं। स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स और असम राइफल रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हैं। पास के लेइते गांव और हनथियाल कस्बे के लाेग रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद कर रहे हैं।
नजदीकी वॉलंटियर्स भी बचाव कार्य में लगे मेडिकल टीमें भी घटनास्थल पहुंच गई हैं। इलाके से परिचित लोगों ने बताया कि मजदूर जब पत्थर तोड़कर उन्हें इकट्ठा कर रहे थे, तभी खदान ढह गई। यंग मिजो एसोसिएशन के वाॅलंटियर्स आसपास के गांवों से वहां पहुंच गए और बचाव कार्य में मदद करने लगे।
पहाड़ी को काफी गहराई तक तोड़ दिया था मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि मजदूरों ने पहाड़ को काफी गहराई तक तोड़ दिया था, इससे पहाड़ी उन पर आ गिरी। एक वाॅलंटियर वानलालजुइया ने कहा कि शुरुआत में एक-दो पत्थर गिरे। इसके बाद कुछ मजदूर वहां से भागे, लेकिन बाकी सभी वहीं फंस गए। मलबे में फंसे लोगों को निकालना इसलिए मुश्किल हो रहा है क्योंकि पूरी पहाड़ी की मिट्टी ही उन मजदूरों पर गिर गई है। प्रशासन ने हनथियाल के अस्पताल में सारी तैयारियां कर ली हैं। मौके पर एम्बुलेंस भी पहुंचाई गई हैं।राजस्थान के जिस मकराना मार्बल से ताजमहल जैसी इमारत बनी, वे माइन्स अब कमजोर होकर ढह रही हैं। गुरुवार दोपहर 3 बजे नागौर के मकराना में बोरावड़ कुम्हारी रेंज की 37 नंबर खान भरभरा कर ढह गई। पहाड़ का पूरा हिस्सा ही दरक पड़ा।खदान ढहने का यह वीडियो वहीं काम कर रहे एक मजदूर ने शूट किया। गुरुवार दोपहर 6 मजदूर खदान में काम कर रहे थे। दोपहर में कंकड़-पत्थर गिरना शुरू हुए तो वे खदान से बाहर आ गए।
झारखंड में धंसी थी खदान झारखंड के धनबाद में करीब 7 महीने पहले खदान धंस गई थी। चिरकुंडा थाना क्षेत्र के डुमरीजोड़ में BCCL की बंद माइंस में अवैध खनन के कारण खदान धंसी थी। उसके ऊपर की लगभग 60 फीट कच्ची सड़क भी धंस गई। इसमें 50 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका थी, लेकिन बाद में रेस्क्यू टीम ने ऑपरेशन कर लोगों के फंसने की आशंका को खारिज कर दिया था।
