प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम लागू करने की तैयारी कर रहा है। अभी प्रदेश के 1.59 करोड़ लोग आयुष्मान भारत और डा. खूबचंद बघेल योजनाओं में इलाज के लिए कवर हैं। यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम में पूरे 3 करोड़ लोग कवर किए जाएंगे। इस तरह, प्रदेश के किसी भी व्यक्ति को इलाज, जांच और दवा के लिए एक भी पैसा खर्च नहीं करना होगा। इस स्कीम में प्रायमरी, सेकेंडरी, क्रिटिकल और सुपर स्पेशलिटी जैसे इलाज शामिल होंगे। यानी मामूली रोग से लेकर किडनी, लिवर, हार्ट, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में भी लोगों के पैसे नहीं लगेंगे। यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम पूरी दुनिया में सरकारी सिस्टम में मरीजों को राहत देने के लिए एक नई अवधारणा है।
इसके तहत किसी भी सरकारी अस्पताल में जाने पर मरीज को जांच ,इलाज और दवा जैसी तीनों तरह की सुविधाएं एक ही छत के नीचे पूरी तरह फ्री मिल सके। जानकारों के मुताबिक यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम में यह कवायद भी की जा रही है कि प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों को महंगे इलाज के लिए न्यूनतम खर्च करना पड़े। हेल्थ अफसरों ने बताया कि यह प्रस्ताव लगभग तैयार है। शासन की मंजूरी के बाद इसे जल्द लागू कर दिया जाएगा।
पुरानी योजनाओं से अटैच
यूनिवर्सल हेल्थ केयर स्कीम केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत और छत्तीसगढ़ की खूबचंद बघेल जैसी स्वास्थ्य योजनाओं के साथ लागू होगी। आयुष्मान और खूबचंद बघेल जैसी योजनाएं मरीजों को बीमारियों में सुरक्षा कवच के तौर पर काम करती है। यूनिवर्सल हेल्थ केयर स्कीम का कांसेप्ट पूरे हेल्थ केयर सिस्टम को मजबूत करना है। दूसरा, मौजूदा योजनाओं का फायदा केवल पंजीकृत मरीजों को ही मिल रहा है। जैसे, आयुष्मान भारत और खूबचंद बघेल स्कीम में 1.59 करोड़ लोग रजिस्टर्ड हैं और अब तक 30 लाख लोग सुविधा ले चुके हैं। यूनिवर्सल स्कीम में पूरी आबादी ही कवर होगी।
आयुष्मान-खूबचंद बघेल स्कीम
पंजीकृत आबादी – 1.59 करोड़
अब तक इलाज – 30 लाख प्लस
अस्पताल – 1599 से अधिक
खर्च – 3032.35 करोड़ रुपये
विशेषज्ञों की तीन कमेटियां
प्रदेश में यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को लागू करने के लिए तीन तरह की कमेटियां बनाई गई है। इसमें पहली कमेटी संचालन समिति है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव इस कमेटी को खुद लीड कर रहे हैं। वहीं टेक्निकल और कोर कमेटी के जरिए इस योजना में मरीजों को किस तरह की सुविधाएं दी जानी है। मरीजों तक ये सुविधाएं किस तरह पहुंचाई जाएगी, इसको लेकर विशेषज्ञों और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों और एक्सपर्ट की टीम बनाई गई है। कोरोना काल के पहले ही प्रदेश में यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम लागू करने के लिए कमेटी बनाई गई थी। विशेषज्ञों की टीमों ने इसके ड्राफ्ट भी कार्ययोजना को लगभग पूरा तैयार भी कर लिया है।
