भारत सरकार द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के नतीजों की घोषणा आज दिल्ली में हुई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने इस अवसर पर विजेता शहरों को पुरस्कार वितरित किए।
इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर ने एक बार फिर बाज़ी मारी है और लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बनने का गौरव प्राप्त किया है।
इंदौर का इतिहास और उपलब्धि:
इंदौर ने पहली बार 2017 में स्वच्छता में पहला स्थानहासिल किया था और तब से अब तक यह स्थान किसी और शहर को नहीं मिला। इंदौर की सफाई व्यवस्था, कचरा प्रबंधन, नागरिकों की भागीदारी और स्मार्ट तकनीकों का उपयोग इसे एक आदर्श शहर बनाता है। इस बार इंदौर ने कचरा पृथक्करण, रीसायक्लिंग और प्लास्टिक मुक्त अभियान में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
स्वच्छ सर्वेक्षण क्या है?
स्वच्छ सर्वेक्षण शहरी क्षेत्रों में सफाई, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, नागरिक भागीदारी और नवाचार पर आधारित भारत सरकार का वार्षिक मूल्यांकन है। यह सर्वेक्षण आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) द्वारा किया जाता है।
2024-25 के सर्वे में देश के 4,500+ शहरों ने भाग लिया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने समारोह में कहा,”स्वच्छता केवल स्वाभिमान नहीं, यह स्वास्थ्य और सम्मान का प्रतीक है। इंदौर और अन्य शहरों की उपलब्धि से देश को प्रेरणा मिलती हैं।
सूरत ने भी स्वच्छता के मानकों पर शानदार प्रदर्शन कर लगातार दूसरे नंबर पर स्थान बरकरार रखा है। वहीं नवी मुंबई ने मुंबई महानगरीय क्षेत्र के लिए तीसरे स्थान पर आकर गौरव का क्षण प्रदान किया है।
