देश के उपराष्ट्रपती जगदीप धनगर ने 21 जुलै की रात अचानक अपने पत से सिफा दे दिया और होने अपना त्या पत्र राष्ट्रपती द्रोपती मुमु को सौप दिया। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि वह डॉक्टरों की सलाह पर और अपनी सेहत को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठा रहे हैं। उनके पत्र के मुताबिक स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सिय सलाह का पालन करने के लिए वह भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहे हैं। जैसा कि संविधान के अनुच्छेद 67(ए) में प्रावधान है। उन्होंने कार्यकाल के दौरान मिले समर्थन के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संसद के सदस्यों का आभार जताया। हालांकि उनके पत्र में उनकी बीमारी की सटीक जानकारी नहीं दी गई। जगदीप धनखड का कार्यकाल अगस्त 2027 तक का था, लेकिन उन्होने कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही पद छोडने का ऐलान कर सभी को चौका दिया।
जगदीप धनखड़ को 9 मार्च 2025 को सीने में अचानक दर्द और बेचैनी की शिकायत के बाद दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें क्रिटिकल केयर यूनिट में रखा गया और वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट की निगरानी में उनका इलाज हुआ। उस वक्त उनकी हालत स्थिर बताई गई थी और 12 मार्च को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। माना जा रहा है कि उनकी सेहत पूरी तरह ठीक नहीं हुई क्योंकि इसके बाद भी उनकी तबीयत बिगड़ती रही। उनकी बीमारी की सटीक जानकारी अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। हालांकि, इतना साफ है कि उनकी सेहत इतनी खराब थी जिसके चलते डॉक्टर ने उन्हें तनाव से दूर रहने और आराम करने की सलाह दी।
