अब वह जमाना गया जब वहां को में दो लोग बढ़ जाया करते थे लेकिन अब इस नए जमाने में लोग महाकुंभ में ही मिल जाते हैं अब इन पुलिस वाले को ही देख लीजिए जो अपने कॉलेज के 36 साल बाद अपनी क्लासमेट से मन को में मिले इसके बाद तो दोनों ने कॉलेज के दोनों को याद करते हुए खूब उठाकर लगे ऐसा लगा जैसे एक बार फिर से वह अपने कॉलेज पहुंच गए हो दोनों क्लासमेट्स के शरीर पर झुर्रियां आई आ गई है लेकिन कॉलेज की यादें आज भी दिल में इसी तरह जीवित है, जैसे मानो कल की ही बात हो। अपनी दोस्त से मिलने के बाद पुलिस वाले ने उनके साथ एक वीडियो भी बनाया और लोगों से उनका परिचय भी करवाया साथ में दोनों दोस्तों ने एक दूसरे की खूब खींची भी की। पुलिस कर्मी का नाम संजीव कुमार सिंह है जिनकी ड्यूटी महाकुंभ मेले में लगी हुई है इसी मेले में वह अपनी दोस्त रश्मि गुप्ता से 36 साल बाद मिले। वीडियो में संजीव अपनी क्लासमेट से यह पूछते हैं कि महाकुंभ में आकर उन्हें कैसा लगा इस पर रश्मि जी मुस्कुराते हुए जवाब देती है और कहती है कि उन्हें यहां आकर बहुत ही अच्छा लग रहा है। यह व्यवस्थाएं भी दुरुस्त है और संजीव ने स्पेशली हमारे लिए बहुत ही अच्छा करवा दिया है फिर रश्मि जी कॉलेज के दोनों को याद करते हुए अपनी क्लासमेट संजीव की खींची करना शुरू कर देती है रश्मि जी बताती है कि कॉलेज के दिनों में संजीव बड़ी ही शर्मीले स्वभाव के थे जो कॉलेज में बिल्कुल शांत और सीधे-साधे हुआ करते थे। लेकिन अब उनकी पर्सनैलिटी बहुत ही बढ़िया हो गई है रश्मि जी की यह बातें सुनकर संजीव बोलते हैं कि आदमी अपनी जवानी में अच्छा लगता है अब कोई बताएं कि भला बुढ़ापे में कौन अच्छा लगता है। आज मेरी उम्र 55 साल से अधिक हो चुकी है और आज यह मेरी तारीफ कर रही है अगर इन्होंने और उनकी दोस्तों ने पढ़ाई करते समय हमारी तारीफ की होती तो मेरे दिन भी आज अच्छे गुजरे होते। लेकिन इन्होंने उसे समय तो हमें बिल्कुल भी घास नहीं डाली और मुझे भैरव बाबा का गढ़ समझा करती थी। यह और उनकी गैंग मेरी तरफ से नमस्ते और गुड मॉर्निंग का भी जवाब नहीं देती थी और आज यह हमारी बहुत तारीफ कर रही है, चलिए यह झूठी तारीफ भी हम स्वीकार कर लेते हैं। संजीव के इन बातों को सुनकर रश्मि जी खिलखिलाकर हंस पड़ती है और बोलती है की उम्र के साथ इंसान और भी परिपक्व हो जाता है, यह आज समझी मै। इस पर पुलिस वाले हंसते हुए बोलते हैं कि चलो भाई मैं टीचर साहिबा की इस बात को भी स्वीकार कर लेता हूं कि कॉलेज के दिनों में मैं भोंदू हुआ करता था। अब जाकर मुझे अकल आई है। एक तो आप इतने दिनों बाद महाकुंभ में मुझे मिली और कितने प्यार से मुझे जलील कर रही है। वीडियो इस पॉइंट पर खत्म हो जाता है। वीडियो को संजीव जी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल @sanjeevksingh112 से पोस्ट किया है। जिस पर लोगों ने कमेंट कर खूब मजे लिए। जहां कुछ लोगों ने रश्मि जी को उनकी एक्स बताया तो कुछ लोगों ने इस दोस्ती के किस्से पर खूब प्यार लुटाया।
