नई दिल्ली. केन्द्रीय बजट 2023-24 में रेलवे में इंफ्रास्ट्रक्चर और सेफ्टी पर जोर दिए जाने की पूरी संभावना है. रेलवे मंत्रालय की कोशिश है कि ट्रेनों में सफर करने वाला यात्री सुविधाजनक और सुरक्षित यात्रा करें. साथ ही, रेलवे स्टेशन भी वर्ल्ड क्लास बनें. इसी को ध्यान में इस बार के केन्द्रीय बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर और सेफ्टी पर फोकस किया जा सकता है.पिछले दिनों ट्रेनों के छोटे-मोटे हादसों को देखते हुए रेलवे के बजट में सेफ्टी पर जोर दिया जा सकता है, जिससे नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल कर हादसों की संभावना को कम से कम किया जा सके. हालांकि पूर्व वर्षों की तुलना में ट्रेन हादसों की संख्या बहुत कम हो गयी है. अब रेलवे की कोशिश है कि छोटे मोटे हादसों को भी रोका जाए, जिससे यात्री पूरी तरह से सुरक्षित होकर ट्रेनों में सफर कर सके.
इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी फोकस किए जाने की पूरी संभावना है. रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट से लेकर वंदेभारत जैसी सेमी हाई स्पीड ट्रेनों का संचालन लगातार बढ़ रहा है.मौजूदा समय 8 वंदेभारत ट्रेनों का संचालन हो गया है. इन ट्रेनों का प्रोडक्शन बढ़ाया जाना है. मौजूदा ट्रेनों को पूरी तरह बदलने के लिए 6500 एल्युमीनियम कोच, 1240 लोकोमोटिव्स और करीब 35,000 वैगन बनाने का प्रस्ताव है. एल्युमीनियम के कोच हल्के होने से ऊर्जा की कम खपत होती है. वहीं देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों को विकसित करने की योजना है. इसलिए इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी फोकस किए जाने की संभावना है.