नई व्यवस्था:समर्थन मूल्य पर धान बेचने एक किसान को अधिकतम तीन ही टोकन जारी किया जाएगा, धान की आवक बढ़ी

इस सीजन जिले में एक नवंबर से अब तक समर्थन मूल्य पर 5 ब्लॉक के 138 खरीदी केंद्रों में 24 हजार 56 किसान 7 लाख 28 हजार 172.40 क्विंटल धान बेच चुके हैं। जिसमें से गुरुवार दोपहर 3.30 बजे तक की स्थिति में एक लाख 67 हजार 15.60 क्विंटल धान का परिवहन हो चुका था। वहीं 5 लाख 61 हजार 156.80 क्विंटल धान केंद्रों में जाम था। धान खरीदी की मॉनिटरिंग कलेक्टर कुलदीप शर्मा कर रहे हैं।

उन्होंने डीएमओ व संबंधितों को जल्द धान का परिवहन कराने निर्देश दिए हैं, ताकि आने वाले समय में जाम की वजह से खरीदी प्रभावित न हो। भले ही डीएमओ सौरभ भारद्वाज दावा कर रहे हैं कि परिवहन हो रहा है लेकिन वर्तमान स्थिति ऐसी है कि खरीदी की तुलनाप में परिवहन की रफ्तार धीमी है। इसका अंदाजा इसी से लगा सकते है कि अब तक 5 लाख क्विंटल से ज्यादा धान का उठाव नहीं हो पाया है।

समिति वालों का कहना है कि इस बार नवंबर से खरीदी शुरू हुई है इसलिए धान फसल की कटाई, मिंजाई में अधिकांश किसान व्यस्त है लेकिन धीरे-धीरे केंद्रों मंे पहले की तुलना मंे ज्यादा किसान धान बेचने के लिए पहुंच रहे है। ऐसे में अगर परिवहन की गति धीमी रही तो दिसंबर में खरीदी प्रभावित हो सकती है।

एक लाख से ज्यादा पंजीकृत किसान अब भी बाकी, जनवरी तक मौका, धान कटाई जारी
इस सीजन तीन सप्ताह में 20 हजार से ज्यादा किसान धान बेच चुके है। अभी भी एक लाख से ज्यादा किसान धान बेच नहीं पाए है। जो दिसंबर व जनवरी में पहुंचेंगे। ऐसे में रोजाना आंकड़े बढ़ते क्रम पर रहेगा। इस बार 58 लाख क्विंटल खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। धान खरीदी के बाद समिति वाले पोर्टल में ऑनलाइन रिकार्ड अपलोड कर रहे हैं।

जिसके अनुसार शासन स्तर से किसानों के बैंक खाते में राशि ट्रांसफर की जा रही है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अनुसार इस सीजन गुंडरदेही ब्लॉक में सबसे ज्यादा 45 हजार किसान समर्थन मूल्य पर धान बेचने पंजीकृत है। बालोद ब्लॉक में धान बेचने के लिए 19 हजार 514 किसान पंजीकृत है। जिसमें 1104 ने पहली बार पंजीयन कराया है। इसी तरह गुरूर ब्लॉक में 26 हजार 855 किसान पंजीकृत है। जिसमें 1764 नए है। डौंडी ब्लॉक में 15 हजार 497 किसान पंजीकृत है। जिसमें 1078 नए है। वहीं डौंडीलोहारा में 39 हजार 135 पंजीकृत है। जिसमें 2543 नए है। इसी तरह गुंडरदेही ब्लॉक में सबसे ज्यादा 45 हजार 618 किसान पंजीकृत है। पंजीकृत किसान जिले के 138 केंद्र में धान बेच सकते हैं।

एक टोकन निरस्त होने पर 2 से ही धान बेच सकेंगे
जारी अधिसूचना अनुसार एक किसान से अधिकतम 3 दिन में ही धान की खरीदी की जाएगी। इसी लिहाज से तीन बार टोकन जारी किया जा सकता है। वहीं किसी किसान का एक टोकन निरस्त हो जाने की स्थिति में शेष बचे 2 टोकन से ही धान खरीदी किया जाएगा। एक टोकन से एक दिन में 3किस्म यानी मोटा, पतला, सरना धान किसान बेच सकते हैं। इसी हिसाब से एंट्री की जाएगी।

लोन वसूली के बाद 88 करोड़ रुपए का भुगतान
एक ओर केंद्रों में किसान धान बेच रहे हैं तो दूसरी ओर लोन वसूली का दौर भी जारी है। जिसके बाद राशि भुगतान किया जा रहा है। जिला सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक के अनुसार अब तक खरीदे गए धान की कुल कीमत 149 करोड़ 65 लाख 5 हजार 488 रुपए है। सरकारी रिकार्ड अनुसार अब तक धान बेचने वाले किसानों के नाम पर 74 करोड़ 96 लाख 6 हजार 745.91 रुपए का कर्ज है। जिसके चलते किसानों से 60 करोड़ 68 लाख 20 हजार 669.53 रुपए ऋण वसूली की जा चुकी है।

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Author: newtraffictail

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