यूक्रेन में जंग के हालात के बीच रायपुर लौटे स्टूडेंट्स को अब अपनी पढ़ाई की चिंता सता रही है। इसे लेकर स्टूडेंट्स ने भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से मुलाकात की। यहां बच्चों ने प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा और पढ़ाई की व्यवस्था करने में सहयोग करने की मांग की। बच्चों ने बृजमोहन से कहा कि सर केंद्र सरकार से बात कर हमारी पढ़ाई का कुछ करें। साल बर्बाद हो जाएगा। कोई ऐसी नीति बने कि हम युद्ध की वजह से वहां नहीं लौट पा रहे हैं तो सरकार यहां ही हमारी शिक्षा की व्यवस्था कर दे।
बृजमोहन अग्रवाल के बंगले में बच्चों के पेरेंट्स ने बताया कि लाखों रुपए खर्च के बाद बच्चे यूक्रेन में एडमिशन हासिल कर पाए। रुपयों के साथ-साथ ये उनके करियर से जुड़ा मसला भी है। PM के नाम सौंपे गए ज्ञापन में सभी ने बच्चों को सुरक्षित वापस लाए जाने का धन्यवाद भी दिया। बृजमोहन अग्रवाल ने इस पर कहा कि पैरेंट्स और बच्चों की चिंता जायज है। उन्होंने छात्रों द्वारा उठाए गए विषयों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह , विदेश मंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री को पत्र लिखकर यूक्रेन से वापस आए मेडिकल छात्रों की आगे की पढ़ाई को लेकर जल्द कोई निर्णय लेने की मांग की है।
यूक्रेन के ताजा हालात
यूक्रेन और रूस के बीच अब भी जंग जारी है। करीब 54 दिन बीतने के बाद यूक्रेन ने मारियुपोल में आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया है। इस वजह से रूस ने कहा है कि वो हमले और तेज करेंगे। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वालोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, “रूस जानबूझकर वहां मौजूद हर व्यक्ति को खत्म करने पर तुला है।
जेलेंस्की ने कहा, ” हमारे सहयोगी यूक्रेन को सभी आवश्यक भारी हथियार और विमान तत्काल मुहैया कराएं, जेलेंस्की का अनुमान है कि युद्ध में 2,500 से 3,000 यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं, और लगभग 10,000 घायल हुए हैं. यूक्रेन की तरफ से कहा गया है कि वहां युद्ध में कम से कम 200 बच्चों की जान गई है और 360 से अधिक घायल हुए हैं।