Polycystic Kidney Disease Symptoms And treatment: पॉलीसिस्टिक किडनी रोग (PKD) एक तरह का किडनी डिजीज है जिसमें किडनी के भीतर फ्लूइड से भरा सिस्ट बनने लगता है. ऐसा होने से किडनी को काम करने में दिक्कत आती है और अंत में किडनी फेल होने की संभावना बन जाती है. बता दें कि किडनी फेल होने के सबसे प्रमुख कारणों में से एक है पॉलीसिस्टिक किडनी की बीमारी. जिन लोगों का पीकेडी की समस्या होती है उनमें देखा गया है कि उनके लीवर और कई अन्य मुश्किल जगहों पर भी सिस्ट विकसित होने शुरू हो जाते हैं जो काफी खतरनाक हो सकता है.
पीकेडी के क्या हैं लक्षण
अधिकतर ये पाया गया है कि लोग इसे अन्य बीमारियों का लक्षण समझकर बिना इलाज किए वर्षों तक जीते रहते हैं. जिस वजह से इन लक्षणों को नोटिस करने से पहले अल्सर आमतौर पर 0.5 इंच या इससे भी बड़ा हो जाता है. ऐसे में ये जरूरी है कि पीकेडी से जुड़े शुरुआती लक्षणों को हम सही समय पर पहचान लें.
अगर आपके पेट में दर्द होता है, पेशाब में खून आने लगता है, बार बार और लगातार पेशाब आने की समस्या है, साइड में दर्द, यूटीआई, पथरी, पीठ में दर्द या भारीपन, त्वचा आसानी से निकल रहे हैं, त्वचा का रंग पीला हो रहा है, थकान महसूस होती है, जोड़ों में दर्द रहता है, नाखून असामान्य लग रहे हैं तो संभव है कि आप पीकेडी के शिकार हैं और आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. इसके अलावा, बच्चों में भी इसके लक्षण हो सकते हैं जिनमें उच्च रक्त चाप, यूटीआई, लगातार पेशाब आना आदि शामिल है.
इस तरह करें रोकथाम
हाई ब्लड प्रेशर करें कंट्रोल
पीकेडी होने पर सबसे पहले हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना बहुत जरूरी हो जाता है. इसके लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें और मेडिकेशन लें. इसके अलावा डाइट व लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं.
हेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट का सेवन
आप अपने खानपान में सुधार लाकर भी इस समस्या को दूर रख सकते हैं. इसके लिए आहार में पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को लें और सक्रीय जीवनशैली को फॉलो करना शुरू करें.
व्यायाम जरूरी
अगर आप किडनी की इस समस्या को जड़ से निकालना चाहते हैं तो रोज व्यायाम करें. ऐसा करने से आपका वजन कम होगा और आपका जीवन सक्रीय होगा.
नमक से रहें दूर
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि आप कम से कम नमक का सेवन करें. अगर आप नमक का संतुलित मात्र में सेवन करें तो कई बीमारियों से बचे रह सकते हैं.
प्रोसेस्ड फ़ूड से दूरी
आप अपने डाइट में प्रोसेस्ड, पैकेज्ड, डिब्बाबंद, फ्रोजन मील, जंक फूड, फास्ट फूड आदि से दूरी बना लें. बेहतर होगा कि आप घर पर बना ताजा खाना खाएं.
स्मोकिंग, ड्रिंकिंग से रहें दूर
अगर आप धूम्रपान या ड्रिकिंग करते हैं तो इस आदत को बिलकुल छोड़ दें. यही नहीं, रेड मीट का सेवन भी आपकी सेहत के लिए जहर का काम कर सकता है.
तीन महीने पर चेकअप जरूरी
डॉक्टर के इलाज में कोताही ना बरपें और हर तीन महीने पर चेकअप करवाएं. इससे सिस्ट के बढ़ने घटने की जानकारी मिलेगी और गुर्दा फेलियर की संभावना से आप बचे रहेंगे.