Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में 2023 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान सामने आया है.
Chhattisgarh State Assembly Elections 2023: छत्तीसगढ़ में साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. राज्य की दो प्रमुख पार्टियां कांग्रेस और बीजेपी चुनाव की तैयारियों में जोर शोर से जुट चुकी हैं. बीजेपी और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान सामने आया है. वैसे स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की भूपेश बघेल सरकार से नाराजगी किसी से छुपी नहीं है. समय-समय वे अपनी नाराजगी जाहिर करते रहते हैं. बीते दिनों राज्योत्सव कार्यक्रम को लेकर भी उन्होंने बयान दिया था.
ताजा अपडेट की बात करें तो छत्तीसगढ़ में 2023 राज्य विधानसभा चुनाव पर बयान देते हुए छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि मैं चुनाव से पहले अपने भविष्य को लेकर फैसला लूंगा, हालांकि उन्होंने कहा कि मैंने अभी तक कुछ नहीं सोचा है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने इससे पहले बीते दिनों राज्योत्सव कार्यक्रम में कांग्रेस के पदाधिकारियों को तवज्जो नहीं देने पर जिला प्रशासन को खरी खोटी सुनाई थी. उन्होंने एबीपी न्यूज से बातचीत करते हुए जिला प्रशासन को नासमझ और अपरिपक्व बताया था. उन्होंने कहा है कि मंच पर जूनियर लीडरों को बैठाया गया और कांग्रेस के सीनियर पदाधिकारियों को एड्रेस तक नहीं किया गया. दरअसल छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में राज्योत्सव का कार्यक्रम रखा गया था
सिंहदेव के विधानसभा क्षेत्र अंबिकापुर में भी आयोजन किया गया. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े शामिल हुए थे. लेकिन मंच में बैठक व्यवस्था को लेकर टी एस सिंहदेव गुट के कांग्रेसियों को तवज्जो नहीं दिया गया है. इसलिए पारसनाथ राजवाड़े और जिला प्रशासन को कांग्रेसियों गुस्से का सामना करना पड़ा था.
सिंहदेव समर्थक को नहीं मिली मंच में जगह
बताया जा रहा है कि पारसनाथ राजवाड़े अपने समर्थकों को लेकर आए थे. मंच पर उनके समर्थकों को जगह दी गई. प्रशासन ने भी अंबिकापुर के जनप्रतिनिधियों की जगह उनके समर्थकों को मंच में जगह दिया. इससे टी एस सिंहदेव के समर्थक कांग्रेसी नाराज हो गए और नीचे जगह बनाकर बैठ गए. लेकिन जब मंच से सरकार की उपलब्धि गिनाई गई तो क्षेत्र के स्थानीय विधायक टी एस सिंहदेव का नाम एक बार भी नहीं लिया गया. इससे कांग्रेसी बेहद नाराज हो गए और मुख्य अतिथि से सवाल पूछने लगे लेकिन उन्होंने बिना जवाब दिए वहां से निकल गए.