छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दिनदहाड़े गोलीकांड का मामला अभी शांत नहीं हुआ है कि गुरुवार की रात एक युवक ने प्रिंसिपल की हत्या कर दी। युवक को शक था कि उसकी गर्लफ्रेंड से प्रिंसिपल का अवैध संबंध है। इसी शक के चलते उसने हत्या की प्लानिंग की और घर में घुसकर प्रिंसिपल के सिर पर पहले हथौड़े से चार बार वार किया। इसके बाद भी युवक को लगा कि उसकी मौत नहीं हुई, तब उसने सिर में गमला पटक दिया और जाते-जाते गले में ब्लैड मार दिया। मामला तारबाहर थाना क्षेत्र का है।
लिंक रोड निराला नगर के यश बैंक वाली गली में रहने वाले प्रदीप श्रीवास्तव (62) पचपेड़ी स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य के पद पर कार्यरत थे। उनकी पत्नी अनिता श्रीवास्तव भी तिफरा के परसदा स्थित हाईस्कूल में प्राचार्य हैं। घर में दोनों पति-पत्नी रहते थे और दो बच्चे शहर से बाहर रहकर पढ़ाई करते हैं। गुरुवार की रात उनकी पत्नी घर के ऊपरी मंजिल में थीं। उस समय प्रदीप श्रीवास्तव पोर्च के पास थे। तभी किसी अनजान युवक ने उनके सिर में हमला कर दिया। विवाद होने की आवाज सुनकर सामने रहने वाले दीपक अग्रवाल की मां और भाई बाहर निकले। लेकिन, तब तक हमलावर भाग गया था और प्रदीप श्रीवास्तव पोर्च में खून से लथपथ पड़े थे।
पड़ोसी ने पुलिस को दी घटना की जानकारी
इस घटना की जानकारी होने के बाद दीपक अग्रवाल भी वहां पहुंच गया। उसने आनन-फानन में पुलिस को घटना की जानकारी दी। इस दौरान प्रदीप की पत्नी ऊपरी मंजिल में थी। तब उन्हें इस घटना की जानकारी ही नहीं थी। दीपक को लगा कि उन्हें बंधक बना लिया गया है। लिहाजा, उसने तत्काल पुलिस और संजीवनी 108 को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। तब तक उनकी पत्नी नीचे आ गई थीं। पुलिसकर्मियों के साथ दीपक ने बाजू की दीवार से कूदकर गेट का ताला खोला। लेकिन, तब तक प्रदीप श्रीवास्तव की मौत हो चुकी थी। हत्या की खबर मिलते ही सिविल लाइन सीएसपी संदीप पटेल, टीआई मनोज नायक भी मौके पर पहुंच गए।
पड़ोसियों को लगा कि पीछे से आए हमलावर
हत्या की इस वारदात के बाद पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ कर हत्यारे की तलाश शुरू कर दी। इस दौरान पता चला कि प्रदीप श्रीवास्तव के घर के पीछे दीवार से लगा हुआ सड़क है। ऐसे में पड़ोसियों ने आशंका जताई कि हमलावर युवक पीछे के रास्ते से आया था और हत्या के बाद उसी रास्ते से फरार हो गया।
जमीन पर संदेहियों की जानकारी जुटाती रही पुलिस
इस घटना के बाद पुलिस की पूछताछ में मृतक प्रदीप के बड़े भाई अशोक श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी मां गायत्री देवी के नाम पर पैतृक जमीन है और बाजू की जमीन भी उनके ही नाम पर है, जिस पर कब्जे को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने जमीन विवाद के चलते हत्या के संदेही युवक को भी पकड़ लिया था। लेकिन, उससे पूछताछ में पता चला कि वारदात में वह शामिल नहीं है।
बेटा दिल्ली और बेटी मुंबई में कर रही एमबीए की पढ़ाई
प्रिंसिपल दंपत्ति श्रीवास्तव का एक बेटा और एक बेटी है। बड़ा बेटा अक्षत श्रीवास्तव एमटेक के बाद दिल्ली में एमबीए कर रहा है और बेटी प्रियंका श्रीवास्तव भी एमटेक के बाद मुंबई में रहकर एमबीए की पढ़ाई कर रही है। इस वारदात के बाद परिजनों ने उन्हें जानकारी देकर वापस बुला लिया है।
हत्यारे की तलाश और खुद पहुंच गया थाना
इधर, पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर हत्यारे की जानकारी जुटाकर तलाश में जुटी हुई थी। पुलिस संदेहियों की धरपकड़ कर आरोपी तक पहुंचती। इससे पहले ही सरकंडा के जोरापारा में रहने वाला उपेंद्र कौशिक (24) तारबाहर थाना सरेंडर करने पहुंच गया। उसे देखकर पुलिस को पहले भरोसा ही नहीं हो रहा था कि वही आरोपी है। युवक मूलत: सिरगिट्टी क्षेत्र के हरदीकला का रहने वाला है और सरकंडा में रहकर पीटीएम में जॉब करता था।
आरोपी को शक था कि गर्लफ्रेंड से प्रिंसिपल का अवैध संबंध है
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपी उपेंद्र कौशिक ने बताया कि वह सीएमडी कॉलेज में पढ़ने वाली 20 साल की लड़की से उसकी दोस्ती है। दोनों एक-दूसरे को चाहते हैं। प्रदीप श्रीवास्तव जांजगीर-चांपा जिले में जब पदस्थ था, तब वह लड़की को पढ़ाता था। इसके चलते उसके घरवालों ने उसे स्थानीय अभिभावक बनाया था। उपेंद्र को शक था कि प्रिंसिपल उसकी गर्लफ्रेंड से अवैध संबंध रखता है। इसी शक के चलते वह तीन दिन से मानसिक तनाव में था।
गुरुवार की शाम उसने प्रिंसिपल की हत्या करने की योजना बनाई। इसके लिए उसने शनिचरी बाजार से हथौड़ा खरीदा। वह ब्लेड भी खरीदकर रखा था। रात में प्रिंसिपल उस लड़की से मिलने गया था। इसी बीच मौका पाकर उपेंद्र उसके घर के बाजू में खाली जमीन में छिपा था। जैसे ही प्रिंसिपल रात में घर पहुंचा और गेट बंद कर अंदर गया। तब उसने पीछे से हथौड़े से सिर में हमला कर दिया, जिससे प्रिंसिपल जमीन में गिर गया। उसे लगा कि उसकी मौत नहीं हुई, तब उसने उनके सिर में गमला पटक दिया और फिर गले में ब्लेड से वार किया। इसके बाद वह फरार हो गया।
साइको है आरोपी युवक
टीआई मनोज नायक ने बताया कि जिस तरीके से आरोपी युवक ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। इससे ऐसा लग रहा है कि आरोपी साइको है। उन्होंने बताया कि प्रदीप श्रीवास्तव उसकी गर्लफ्रेंड के स्थानीय अभिभावक थे। लड़की ने उसे अपने भाई के रूप में उसका परिचय कराया था। लेकिन, लड़की की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी हुई, तब प्रदीप उसे मना करने लगे थे। ऐसे में आरोपी युवक को लगा कि प्रदीप श्रीवास्तव लड़की को धमकाकर उससे अलग कर देगा। उसके मन में यह आशंका थी कि अभिभावक बनकर वह लड़की का शारीरिक शोषण कर रहा है। इसलिए सनकी युवक ने हत्या कर दी।
एक भाई हैं भाजपा नेता और दूसरा ट्रांसपोर्टर
प्रदीप श्रीवास्तव अपने तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनके बड़े भाई डॉ. सुशील श्रीवास्तव अज्ञेय नगर में रहते हैं और भाजपा नेता हैं। वहीं उनका मंझला भाई अशोक श्रीवास्तव बापजी नगर में रहते हैं और ट्रांसपोर्टर हैं। वे ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं।