राजधानी में 14 साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट मैच होने जा रहा है। 21 जनवरी 2023 को होना है भारत-न्यूजीलैंड का वन-डे मैच। इस मैच के लिए अभी से लोगों में रोमांच दिखने लगा है। राजधानी में चर्चा शुरू हो चुकी है।इसी के मद्देनजर दैनिक भास्कर की टीम ने यह जानने की कोशिश की कि इंटरनेशनल मैच के लिए कितना तैयार है हमारा शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम। यहां अभी स्थानीय स्तर के मैच खेले जा रहे हैं।
टीम जब वहां पहुंची तो गार्ड ने रोक दिया। अंदर जाने के लिए पीडब्ल्यूडी से परमिशन मांगी जा रही थी। विभाग से अनुमति मिलने के बाद टीम अंदर गई। यहां बोर्ड मैच चल रहा था, इसलिए गेट नंबर 14 से जाने कहा गया। गेट 14 से अंदर गए, तो यहां से पूरे ग्राउंट का चक्कर लगाया। मैदान के भीतर जाने की अनुमति नहीं थी क्योंकि मैच चल रहा था।
मैदान के भीतर
कुर्सियां टूट-फूट रहीं गायब हो गईं
इस मैदान की क्षमता 65000 की है। चारों तरफ कुर्सियां बेरंग तो हो रही हैं, लेकिन टूट-फूट बहुत ज्यादा हो गई हैं। बीच-बीच के बड़े हिस्सों में कुर्सियां गायब हैं। इनके मेंटेनेंस की जरूरत है। हाल ही में रोड सेफ्टी मैच हुआ था, जिसके कारण कुछ चीजें ठीक की गई थीं।
मैदान के बाहर
वाॅटर कूलर समेत कई चीजें हो रहीं कबाड़
मैदान के बाहर कई चीजों को मेंटेन नहीं किया जा रहा है। यहां तक कि वाॅटर कूलर में जंग लग रहा है। ये भी पता नहीं कि ये चालू है या नहीं। अभी इसमें ताला लगा हुआ है। बाहर स्टेच्यू के पास बड़े-बड़े घास लग गए हैं। इन्हें काटने का काम चल रहा है। बाहर बहुत ज्यादा समस्याएं नहीं हैं।
पिच की स्थिति
पिच क्यूरेटर का कहना है कि पिच इंटरनेशनल लेवल का मेंेटेन है। लेकिन कई दिनों से मैच नहीं हुआ है, इसलिए आउट फील्ड अभी खराब हो गया है। लेकिन अगले मैच के लिए इतना वक्त है कि इसे आसानी से ठीक कर लिया जाएगा। उनका कहना है कि ठंड के दिनों में शुष्क घास होते हैं, इसके कारण पूरे मैदान में बड़े बड़े घास लग गए हैं।