Chhattisgarh: अम्बिकापुर में बीती रात प्लास्टिक डिस्पोजल की एक दुकान में आग लग गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि यदि इस इलाके में आतिशबाजी पर रोक नहीं लगाई गई तो बड़ा हादसा हो सकता है.
Ambikapur News: सरगुजा ज़िला मुख्यालय अम्बिकापुर में बीती रात प्लास्टिक डिस्पोजल की एक दुकान में आग लग गई. आग लगने के बाद आस पड़ोस की दुकान वालों और इलाक़े के लोगों को ये खबर मिलते ही लोग वहां पर पहुंचे. लेकिन तब तक आग की रफ़्तार तेज हो चुकी थी. लिहाज़ा आग बुझाने के प्रारंभिक प्रयास के साथ ही स्थानीय लोगों ने फ़ायर ब्रिगेड की टीम को दुकान में आग लगने की जानकारी दी. जिसके बाद फ़ायर ब्रिगेड की टीम तत्काल मौत पर पहुंची और फिर आग पर क़ाबू पाया जा सका.
अम्बिकापुर में कल होटल ग्रांड बसंत में एक शादी समारोह का आयोजन था. इस दौरान वहां पर आतिशबाजी की जा रही थी. जानकारी के मुताबिक़ इस आतिशबाजी की चिंगारी दुकान के ऊपर जा गिरी. जहां से वो चिंगारी किसी तरह दुकान के अंदर पहुंच गई. क्योंकि दुकान के भीतर प्लास्टिक का सामान था. इसलिए चिंगारी को आग में बदलने में एकदम वक्त नहीं लगा.
लिहाज़ा चिंगारी आग की ऊंची-ऊंची लपटों में तब्दील हो गई. जिसके बाद वहां एकत्र लोगों ने फ़ायर ब्रिगेड की टीम को बुलाया. आग इतनी तेज थी कि फ़ायर ब्रिगेड की 4 गाड़ियों की मदद से काफ़ी मशक़्क़त के बाद आग पर क़ाबू पाया जा सका. इस दौरान दुकान के अंदर रखे प्लास्टिक के सामान गलकर ख़राब हो गए थे. जिससे लाखों के नुक़सान का अनुमान लगाया जा रहा है.
इसके पहले भी दो बार लग चुकी है आग
स्थानीय लोगों का कहना है कि आग लगने वाले स्थान के आस पास दो बड़े होटल हैं. जिनमें मैरिज गार्डेन संचालित होता है और यहां होने वाली आतिशबाजी की वजह से समय समय पर ऐसी घटनाएं होती रहती हैं. ग़ौरतलब है कि इन होटलों के ठीक पहले एक लकड़ी मील में दो बार इसी तरह से आग लग चुकी है. इतना ही नहीं इसके आया पास रिहायशी कॉलोनी और दो पेट्रोल पंप भी संचालित हैं. ऐसे में अगर आतिशबाजी पर अंकुश नहीं लगाया गया. तो फिर आने वाले दिनों में किसी बड़ी घटना के लिए तैयार रहना होगा. क्योंकि अगर पेट्रोल पंप और रिहायशी इलाक़े में चिंगारी आग में तब्दील हुई तो बड़ी अनहोनी हो सकती है.
इस संबंध में सरगुजा एएसपी विवेक शुक्ला ने एबीपी न्यूज से कहा, जिसकी गलती होगी उसपर कार्रवाई होगी. नियम क्या कहता है, नगर निगम का गुमास्ता एक्ट क्या कहता है. ये सब चीजें देखनी पड़ेगी. इसके बाद कार्रवाई करेंगे.