जाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड गोल्डी बरार को कैलिफोर्निया में हिरासत में ले लिया गया है. भारत की खुफिया एजेंसियों के सूत्रों से यह जानकारी मिली है. हालांकि, अभी कैलिफोर्निया की ओर से इसे लेकर भारत सरकार को कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.
29 मई को सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी. उन्हें सरेआम गोलियों से भूना गया था जिस वजह से उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया. उनकी हत्या का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ को बताया गया, उसी ने लॉरेंस बिश्नोई के साथ मिलकर मूसेवाला की हत्या की पूरी प्लानिंग की और फिर अपने शूटरों के जरिए हत्या को अंजाम दिया पुलिस ने इस मामले में 34 लोगों को आरोपी बनाया है.
गोल्डी बरार पर 16 से अधिक मामले
सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी माना जाता है. पिछले साल, पंजाब के फरीदकोट जिले की एक अदालत ने युवा कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह पहलवान की हत्या के मामले में गोल्डी बरार के खिलाफ एक गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. 16 से अधिक आपराधिक मामलों में गोल्डी बरार की तलाश है. वह भारत से कनाडा भाग गया था.
रेड कॉर्नर नोटिस हुआ था जारी
पिछले दिनों इंटरपोल ने गोल्डी बरार के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. गोल्डी बरार ने कनाडा में बैठकर सिद्धू मूसेवाल की हत्या की साजिश रची थी. इस मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) से भी पूछताछ की जा रही है. गोल्डी बरारलॉरेंस बिश्नोई के करीबियों में से है. दोनों कॉलेज के समय से ही साथ में हैं. गोल्डी बरार पर हत्या, हत्या की कोशिश, आपराधिक साजिश रचने और हथियारों की तस्करी करने का आरोप है.
कौन है गोल्डी बरार?
पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब का रहने वाले सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बरार का जन्म 1994 में हुआ था. वो साल 2017 में छात्र वीजा पर कनाडा गया था. गोल्डी BA की डिग्री हासिल कर चुका है. उसकी 5 अलग-अलग तस्वीरें पंजाब पुलिस के डोजियर में हैं, तस्वीरें देखने से पता चलता है की हालात के साथ वो अपना हुलिया बदलता रहा है. गोल्डी A+ कैटगरी का गैंगस्टर है और कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित किया हुआ है.
गोल्डी बरार पर हत्या, हत्या की कोशिश, रंगदारी जैसे संगीन मामले दर्ज हैं, गोल्डी पर पंजाब में कुल 16 मामले दर्ज हैं, जिसमें 4 में वो बरी हो चुका है. कनाडा भागने से पहले गोल्डी की पंजाब के फिरोजपुर और श्री मुक्तसर साहिब में आपराधिक गतिविधियां चरम पर थी.