छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में महिला चोरों का गैंग सक्रिय हो गया है, जिन्होंने महिला को बेहोश कर जेवर पार कर दिया। बर्तन बेचने के बहाने घूम रहीं दो महिलाएं पीड़ित के घर आई और उन्हें पकड़कर नशीला पदार्थ सूंघाकर बेहोश कर दिया और सोने-चांदी के गहने लेकर चंपत हो गईं। मामला सकरी थाना क्षेत्र का है।ग्राम परसदा निवासी दामिनी यादव गृहणी हैं। मंगलवार की सुबह वह अपने घर में अकेली थीं। इस दौरान वह घर के आंगन में अपने सोने-चांदी के गहनों की सफाई कर रही थीं। तभी एक महिला बर्तन बेचने के बहाने उनके आंगन तक पहुंच गई। महिला के पीछे युवती भी थी। उन्होंने दामिनी को बर्तन खरीदने के लिए बोला। तब उन्होंने मना कर दिया।
गहनों को देखकर पकड़कर सूंघा दिया नशीला पदार्थ
अनजान महिलाओं को देखकर दामिनी अपने गहनों को लेकर अंदर कमरे की तरफ जाने लगी। तभी पीछे से आ रही महिला ने उसे पकड़ लिया और दूसरी महिला ने कुछ नशीला पदार्थ सूंघा दी, जिससे वह बेहोश होकर जमीन में गिर गई। इसके बाद दोनों महिला जेवर लेकर भाग निकलीं।
पड़ोसी महिला ने छिड़का पानी, तब आया होश
इधर, दामिनी यादव आंगन में काफी देर तक बेहोश पड़ी थी। तभी अचानक पड़ोसी महिला ने उसे आंगन में जमीन पर पड़ी देखकर दौड़ कर उसके पास पहुंची। महिला ने पानी छिड़ककर उसे होश में लाने का प्रयास किया। महिला को कुछ समझ नहीं आ रहा था। उसे लगा कि वह बीमार होकर बेहोश हो गई है। तभी पानी छिड़कने के कुछ देर बाद दामिनी होश में आ गई। फिर उसने अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। कुछ ही देर में यह खबर गांव में फैल गई और सभी ने मिलकर महिलाओं की तलाश शुरू कर दी। बाद में उन्होंने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस केस दर्ज कर दोनों महिलाओं की जानकारी जुटा रही है।
9 माह पहले भी आई थीं महिलाओं की गैंग
सकरी और सरकंडा इलाके में करीब 9 माह पहले चोरी करने वाली महिलाओं की एक गैंग आई थी। इस गिरोह में मासूम बच्चे भी थे। दरअसल, महिलाओं का यह गिरोह भीख मांगने के बहाने घरों को निशाना बना रहीं थीं। करीब 9 माह पहले फरवरी में महिला चोर गिरोह ने इसी तरह घर में घुसकर चोरी की थी। पुलिस ने जांच के दौरान महिलाओं का सीसीटीवी फुटेज भी हासिल किया था, जिसमें महिलाएं रेलवे स्टेशन तरफ जाती दिखीं थीं। तब पुलिस ने आशंका जताई थी कि महाराष्ट्र की गिरोह ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। यह गिरोह अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।
कोटा में पकड़ाई थीं महिलाएं
पुलिस ने भीख मांगने के बहाने चोरी करने वाली तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया था। उनके पास से चोरी के गहने व मोबाइल और नगदी भी बरामद किया गया था। ये महिलाएं अपने दूध मुंहे बच्चे के भूखे होने का झांसा देकर भीख मांगने के बहाने घरों में जाती थीं और मौका मिलते ही चोरी कर भाग जाती थीं। कोटा थाना के डोंगरीपारा में रहने वाली अनिता श्रीवास (45) बीते जून माह में सुबह अपने काम पर गई थीं। इस दौरान उसकी बेटी पूजा घर में अकेली थी। सुबह करीब 8.30 बजे घर में तीन महिलाएं दो दूध मुंहे बच्चों को लेकर भीख मांगने आई और कुछ खाने के लिए मांगा। उन्हें देखकर पूजा चावल लेने के लिए अंदर कमरे में गई। इतने में एक महिला दूसरे कमरे में घुस गई और बैग लेकर बाहर निकल रही थी। तभी चावल लेकर कमरे से बाहर निकली पूजा ने उसे देख लिया। उसकी हरकतों को देखकर पूजा शोर मचाते हुए चिल्लाने लगी। जब तक पूजा उन्हें पकड़ने की कोशिश करतीं, तीनों महिलाएं भाग निकलीं। पूजा ने इस घटना की जानकारी आसपास के लोगों के साथ ही अपनी मां को दी। बैग में गहने व नगदी रकम रखे थे। ग्रामीणों ने सक्रियता दिखाते हुए इन महिलाओं को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।