विशेष लेख – आज देश की आजादी के उपलक्ष में हम अपनी शान अपनी जान हर घर की पहचान को शत-शत नमन करते हैं आज इस तिरंगे की शान को लहराने और हर घर का प्रतीक के लिए दी गई कुर्बानी को याद करते हुए तिरंगा ही हमारे वर्चस्व देश को पूरे विश्व में जागृत करती है। आज हमें इस भारत के वीरों की कुर्बानी द्वारा जाना जा रहा है वह यह तिरंगा है।
“मेंरे दिल की है आवाज मुझे अपने तिरंगे पर नाज है। ” क्योंकि आज यह तिरंगा हवाओं से नहीं वीरों की सांसो से लहराता है जिसने हमारे तिरंगे को लहराने के लिए अपनी कुर्बानी दे दी। आज हम इस कुर्बानी से आजादी के पर परचम को लहराने में शान देखते हैं । जिसे आज यह तिरंगा पूरे देश के कोने कोने से लेकर हर घर हर जगह लहराने की शान को हम अपने देश वासी की पहचान बताते हैं।
जिसे आज सरकार द्वारा हर घर तक लहराने की छूट पहचान दी है। आज इस तिरंगे की महत्वता को समझते हुए इस बात को जाने यह तिरंगा हमारी शान हमारी जान है। इस जान को अपने घर सड़कों ऑफिस हर जगह बनाए रखें जिसे हमारे वीरों ने शहीद होकर हमें यह अधिकार दिया है।
जिसे हमें जान लेना होगा यह हमारी भारत की संस्कृति आजादी का प्रतीक है यह तिरंगा हमारे ताकत और साहस का प्रतीक है। जिसे हम ध्वज के पहले और शीर्ष पर केसरिया रंग की पट्टी को देखते हैं। जिसके दूसरी पट्टी सफेद रंग को हम शांति और धर्मों का सम्मान जीने की प्रेरणा को देखते हैं । सफेद पट्टी के बीच में चक्र जो हमें हमेशा प्रगतिशील रहना सिखाता है तिरंगे के सबसे नीचे हरे रंग की पट्टी देश के विकास और समृद्धि का प्रतीक सिखाता है। तिरंगा हमें देश के लिए बलिदान हुए शहीदों की याद दिलाता है और साथ ही किसी भी देश का झंडा विश्व में उसे एक विशिष्ट पहचान दिलाता है हमारा तिरंगा भारतवासी देश के तिरंगा सम्मान व राष्ट्रध्वज लोगों को बिना किसी भेदभाव की भावना के एकजुट रहना सिखाता है।
इसलिए हमें अपने तिरंगे पर गर्व और तिरंगा हमारी शान है इस अधिकार को बनाये और पूरी श्रद्धापूर्वक ईमानदारी से शहीदों को याद करते हुए ध्वज को ऊँची ऊँची हवाओ की लहरों मे लहराते रहना है और इंसान की पहचान को बनाये रखने वाले वीरों को शत शत नमन करते हुए याद रखना है|”आन देश की शान देश की हम संतान है, तीन रंगों से रंगा तिरंगा अपनी यह पहचान है”