पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के तार महाराष्ट्र के कुख्यात गैंगस्टर अरुण गवली गैंग से जुड़ गए हैं। पंजाब पुलिस ने जिन 8 शार्प शूटर्स की शिनाख्त की, उनमें संतोष जाधव गवली गैंग का ही गुर्गा है। वह पुणे का रहने वाला है। 29 मई को मूसेवाला को गोलियां मारने में भी वह शामिल था।
संतोष जाधव को खास तौर पर मुंबई से पंजाब बुलाया गया था। उसके साथ महाराष्ट्र का ही सौरभ महाकाल भी आया था। गवली इस वक्त महाराष्ट्र की जेल में बंद है। इस नए खुलासे के बाद पंजाब पुलिस ने महाराष्ट्र पुलिस के साथ इनपुट शेयर किए हैं। मुंबई पुलिस से सहयोग मांगा गया है।
अभी तक लॉरेंस गैंग का नाम
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में अभी तक गैंगस्टर लॉरेंस गैंग का नाम सामने आ रहा था। लॉरेंस गैंग के कनाडा बैठे गैंगस्टर गोल्डी बरार ने खुद इसकी जिम्मेदारी ली। फिर इसी गैंग के सचिन थापन बिश्नोई ने टीवी चैनल को फोन कर हत्या की जिम्मेदारी ली। अब इसमें गवली गैंग का नाम सामने आने से यह आशंका जताई जा रही है कि कहीं हत्याकांड में लॉरेंस गैंग के साथ गवली गैंग भी शामिल तो नहीं।
पुलिस ने इन 8 शार्प शूटर्स की शिनाख्त की
पुलिस ने मूसेवाला हत्याकांड में 4 राज्यों की 8 शार्प शूटर्स की पहचान की है। इनमें पंजाब के तरनतारन के जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत मन्नू, हरियाणा के सोनीपत का प्रियवर्त फौजी और मनप्रीत भोलू, महाराष्ट्र के पुणे का रहने वाला संतोष जाधव और सौरव महाकाल, राजस्थान के सीकर का सुभाष बानूड़ा, पंजाब के बठिंडा का हरकमल सिंह रानू शामिल थे।
29 मई शाम को हुई थी मूसेवाला की हत्या
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की 29 मई रविवार शाम साढ़े 5 बजे मानसा के गांव जवाहरके में हत्या कर दी गई थी। मूसेवाला पर करीब 40 राउंड फायरिंग की गई थी। मूसेवाला के शरीर पर 19 जख्म मिले थे। इनमें 7 गोलियां सीधी मूसेवाला को लगी थीं। गोली लगने के 15 मिनट के भीतर मूसेवाला की मौत हो गई थी। बोलेरो और कोरोला गाड़ी से पीछा कर थार जीप से जा रहे मूसेवाला को कत्ल किया गया था। उस वक्त मूसेवाला के साथ गनमैन नहीं थे।