Cholesterol Warning Sign in Legs: अगर आपकी नसों में बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) मात्रा ज्यादा बढ़ जाए तो ऐसे में हाई ब्लड प्रेशर (Blood Pressure), हार्ट अटैक (Heart Attack) और डायबिटीज (Diabetes) का खतरा बढ़ जाएगा. ऐसे में इन बुरे पदार्थ को शरीर से निकालना बेहद जरूरी हो जाता है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि इस समस्या का पता आखिर कैसे लगाया जाए. अगर आपकी बॉडी में अचानक को अजीबोगरीब चेंजेज आने लग जाएं तो समझ जाइए कि ब्लड वेसेल्स में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी ज्यादा बढ़ गई है.
पैरों से मिलेगी हाई कोलेस्ट्रॉल की वॉर्निंग साइन
जब भी आपकी शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) का लेवल बढ़ने लगता है तो ऐसे में पैरों की तरफ से वॉर्निंग साइन (Warning Sign) मिलने लगती है. इसकी वजह ये है कि यहां तक पहुंचने वाली बल्ड सप्लाई प्रभावित हो रही है. आइए जानते हैं कि इन दिक्कतों को कैसे पहचानें
इन इशारों से पहचानें बैड कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता हुआ लेवल
1. पैरों की त्वचा के रंगों में बदलाव
जब ब्लड वेस्ल्स में बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) की मात्रा बढ़ जाए तो शरीर के कई हिस्सों में खून की सप्लाई में रुकावट आने लगती है. साथ ही इसके वजह से पैरों में ऑक्सीजन और न्यूट्रिएंट्स का प्रवाह कम होने लगता है. यही कारण हैं कि पैरोम का रंग नॉर्मल के बाजाए थोड़ा नीला पड़ जाता है.
2. पैर हो जाते हैं ठंडे
कई बार आपने महसूस किया होगा कि आपके पैर अचानक से ठंडे पड़ जाते है, सर्दियों में ऐसा होना नॉर्मल है, लेकिन गर्मी के मौसम पैर ठंडे हो जाएं तो ये खतरे की निशानी है. बेहद मुमकिन है कि आप पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral Artery Disease) से पीड़ित हैं और आपके नसों में फैट कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है.
3. पैरों में अचानक दर्द
चूंकि हाई हाई कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) के कारण शरीर के सबसे निचले हिस्से तक ब्लड सप्लाई में दिक्कतें आती हैं तो ऐसे में पैरों में तेज दर्द, भारीपन आने लगता है. आपको फिजिकल एक्टिविटीज करने में भी दिक्कतें आ सकती है. इन इशारों को महसूस करने के बाद तुरंत डॉक्टर्स से संपर्क करना जरूरी है..
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