Kamran Akmal On Umran Malik: पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान अकमल (Kamran Akmal) ने उमरान मलिक की गेंदबाजी पर बड़ा बयान दिया है. वे उमरान की जमकर तारीफ करते दिखाई दिए हैं.
Kamran Akmal On Umran Malik: सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के युवा तेज गेंदबाज उमरान मलिक (Umran Malik) आईपीएल 2022 (IPL 2022) में सबसे तेज गेंदबाज साबित हो रहे हैं. उमरान मलिक ने आईपीएल 2022 (IPL 2022) में अपनी तेज तर्रार गेंदबाजी से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है. वे आईपीएल 2022 में सबसे तेज गेंद फेंक चुके हैं. उमरान लगातार अपनी तेज रफ्तार गेंदबाजी से काफी सुर्खियां बटोरी है. इसी बीच पाकिस्तान के एक दिग्गज खिलाड़ी ने उमरान मलिक पर बड़ा बयान दिया है.
उमरान का फैन हुआ ये पाक क्रिकेटर
आईपीएल 2008 (IPL 2008) में राजस्थान रॉयल्स (RR) का हिस्सा रहे पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान अकमल (Kamran Akmal) का मानना है कि अगर उमरान में होते तो अभी तक वे इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके होते. एक पाकिस्तानी यू-ट्यूब चैनल पर इंटरव्यू के दौरान कामरान अकमल ने उमरान मलिक पर कहा, ‘तेज गेंदबाज उमरान मलिक अगर पाकिस्तान में होते तो शायद वे इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके होते. उनकी इकोनॉमी ज्यादा है. लेकिन विकेट मिलने के बाद से वे स्ट्राइक बॉलर हैं. हर मैच के बाद उनका स्पीड चार्ट जारी किया जाता है. वे 155 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं. ये भारतीय टीम के लिए अच्छी मुकाबला है.’
ब्रेट ली-अख्तर से की तुलना
उमरान मलिक (Umran Malik) तेज गेंदबाजी के साथ-साथ इस सीजन में महंगे भी साबित हुए हैं, जिसपर कामरान अकमल (Kamran Akmal) ने कहा,’ पिछले सीजन वो सिर्फ एक या दो मैच खेला था, लेकिन भारतीय क्रिकेट ने मलिक को पूरा आईपीएल सीजन खेला कर काफी परिपक्वता दिखाई है. ब्रेट ली और शोएब अख्तर भी महंगे साबित होते थे लेकिन वो विकेट चटकाया करते थे और ऐसा ही एक स्ट्राइक बॉलर को होना चाहिए.’
टीम इंडिया के बाद घातक पेस अटैक
कामरान अकमल (Kamran Akmal) ने इस इंटरव्यू में भारतीय तेज गेंदबाजी पर भी बड़ा बयान दिया. कामरान अकमल (Kamran Akmal) ने कहा,’पहले भारतीय क्रिकेट में क्वालिटी पेसर्स की कमी थी. लेकिन अब उनके पास तेज गेंदबाजों की एक झुंड है जिसमें नवदीप सैनी, सिराज, मोहम्मद शमी, और जसप्रीत बुमराह शामिल हैं. यहां तक की उमेश यादव भी अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं. एक साथ 10-12 पेसर्स होने से भारतीय सिलेक्टर्स के लिए टीम सिलेक्शन में मुश्किल होगी.’