केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने फिर एक बार दावा किया कि महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार जून में गिर जाएगी। वे वाशिम में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह उनके पैतृक क्षेत्र कोंकण में तूफानों में पेड़ों गिर जाते हैं, उसी तरह उद्धव सरकार गिर जाएगी।
राणे ने तंज करते हुए कहा कि तूफान में सभी शाखाएं और पत्तियां नीचे गिर जाती हैं और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, जो एक कमजोर शाखा पर बैठे हैं, वो भी अपना पद खो बैठेंगे। राणे ने कहा,’कोंकण में मई के आखिर में और जून महीने के पहले हफ्ते में कई तूफान आते हैं। इस तूफान में पेड़ जड़ सहित उखड़ जाते हैं। इसी तरह राज्य में तीन पार्टियों का एक पेड़ है। उस पेड़ के ऊपर मुख्यमंत्री बैठे हैं। वे जड़ से जुड़े नहीं हैं। जून महीने से पहले ही वे मुख्यमंत्री नहीं रह जाएंगे।’
यह सरकार सिर्फ राजनीति करती है
राणे ने कहा कि राज्य सरकार राजनीति ज्यादा और विकास कम करती है। पीएम मोदी ने देश आत्मनिर्भर बने, इसके लिए 30 योजनाएं लाई। उन योजनाओं को अमल में लाया जा रहा है या नहीं, यह देखने के लिए वे वाशिम आए हैं। जिन अधिकारियों ने योजनाओं को अमल में लाने में लापरवाही बरती है, उन पर कार्रवाई होनी तय है।
दोनों पक्षों के बीच चल रहा है विवाद
हालांकि, एक ओर भाजपा नेताओं द्वारा नियमित रूप से दावा किया जा रहा है कि राज्य सरकार गिर जाएगी, वहीं, सत्तारूढ़ गठबंधन ने इन दावों को खारिज कर कहा है कि एमवीए गठबंधन 2024 के विधानसभा चुनाव भी जीतेगा। महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है।
उद्धव ठाकरे के खिलाफ लगातार हमलावर रहे हैं राणे
नारायण राणे और उनका पूरा परिवार पिछले कई सालों से सीएम उद्धव ठाकरे और शिवसेना के खिलाफ हमलावर रहा है। CM को लेकर अपशब्द कहने के आरोप में राणे को एक दिन की जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। इसके आलवा केंद्रीय मंत्री राणे ने संजय राउत के खिलाफ भी हमला बोला था। ऐसे में इसे बीजेपी एक जवाबी कार्रवाई बता रही है।