लाउडस्पीकर विवाद और दिल्ली में हिंसा के बीच शिवसेना संसद संजय राउत ने केंद्र सरकार पर एक गंभीर आरोप लगाया है। दिल्ली और मुंबई में हुए दंगों को आधार बनाते हुए शिवसेना सांसद ने कहा,’देश के दो प्रमुख शहरों में जिस तरह से दंगे का माहौल बनाया गया है, ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं। दिल्ली में नगर निगम चुनाव आने वाले हैं और उस चुनाव को जीतने के लिए ये सब किया जा रहा है। मुंबई में भी बीएमसी के चुनाव नजदीक हैं और यही वजह है कि यहां लाउडस्पीकर का मुद्दा उठाया गया है।’
बता दें कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) चीफ राज ठाकरे ने 3 मई तक राज्य में सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया है। इस बीच आज लाउडस्पीकर को लेकर नई गाइडलाइन जारी हो सकती है। इस संबंध में डीजीपी रजनीश सेठ मुंबई में जिले के आला पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर कोई गाइडलाइन राज्य के गृहविभाग की ओर से आज जारी हो सकती हैं।
हार के डर के कारण दिल्ली में दंगे जैसी स्थिति
दंगे के पीछे साजिश का जिक्र करते हुए मंगलवार को संजय राउत ने कहा,’इससे पहले देश में कहीं भी हनुमान जयंती और रामनवमी पर दंगे नहीं हुए थे। दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति केंद्र सरकार के हाथ में है। दिल्ली में अभी भी दंगे हो रहे हैं, इसके लिए पूरी तरह से बीजेपी जिम्मेदार है। दिल्ली नगर निगम चुनाव पर बीजेपी की नजर है। इससे पहले हार के डर से चुनाव स्थगित कर दिए गए थे। हालांकि, अब जब भाजपा हार का डर सता रहा है, तो वह दंगे जैसी स्थिति पैदा कर रही है।’
बीजेपी की पॉलिटिक्स से देश की अर्थव्यवस्था को झटका लगा
राउत ने आगे कहा,’बीजेपी की राजनीति से देश की अर्थव्यवस्था, रोजगार और उद्योग जगत को तगड़ा झटका लगा है। कोविड का शिकार हुए लोग अब कहां हैं? बीजेपी सिर्फ चुनाव के लिए दंगे करवा रही है। इसलिए देश की राजधानी में अब कोई निवेश करने को तैयार नहीं है। ऐसे में लोग बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। हालांकि, देश के इन अरबों लोगों से बीजेपी को कुछ लेना-देना नहीं है। किसानों की अनदेखी भी की जा रही है।
राज्य में बढ़ रही है महाविकास अघाड़ी की लोकप्रियता
संजय राउत ने ‘फोड़ो और जोड़ो’ की नीति अपनाने के लिए भाजपा की आलोचना की है। उन्होंने आखिर में कहा कि महाविकास अघाड़ी राज्य में लोकप्रियता हासिल कर रहा है। ऐसा कोल्हापुर उत्तर विधानसभा उपचुनाव के परिणाम से साफ साबित होता है। अब जहां भी संभव होगा तीनों दल साथ आएंगे। बीजेपी राज्य में दंगों का डर सिर्फ इसलिए पैदा करने की कोशिश कर रही है, क्योंकि उसे इस संगठन से डर लगता है।