आज की पॉजिटिव खबर:रोहित करते हैं साइकिल स्टंट; ऐड-प्रमोशन से कर रहे अच्छी कमाई, चाहते हैं इस हुनर को ओलंपिक में जगह मिले

राजस्थान के जयपुर के रहने वाले 25 साल के रोहित चौहान मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं। रोहित के पापा लेथ मशीन के इंजीनियर थे, लेकिन उम्र के साथ आंखें कमजोर होने लगी तो काम छोड़ना पड़ा। जिसके बाद घर की सभी जिम्मेदारी रोहित पर आ गई। रोहित 13 साल की उम्र से ही साइकिल चला रहे हैं और इसी के जरिए अपना भविष्य बना रहे हैं। रोहित कई तरह के प्रमोशन और ऐड से सालाना लाखों रुपए भी कमा रहे हैं।

तो आज की पॉजिटिव खबर में साइकिल स्टंट रोहित के बारे में जानते हैं। जानते हैं कि कैसे वो इसके जरिए पैशन के साथ-साथ कमाई भी कर रहे हैं? यदि आपमें भी कुछ इस तरह से करने का जुनून है तो कैसे अपना करियर बना सकते हैं?

बाइक स्टंट को देख शुरू किया था साइकिल स्टंट

रोहित बताते हैं कि जब वे 13 साल के थे, तब एक लड़के को बाइक से स्टंट करते देखा। जिसके बाद से उन्होंने भी साइकिल स्टंट करना शुरू कर दिया। वो कहते हैं, जिस बाइक वाले का स्टंट देखा उसकी तस्वीर एक-दो दिन बाद अखबार में आई जिसकी फोटो काटकर दीवार पर लगा दिया कि जिंदगी में कुछ ऐसा ही करना है और फिर वहीं से सफर शुरू हो गया।

फिर उन्होंने यूट्यूब पर पोलैंड के राइडर Kamil Kowalski को और कई अन्य वीडियो देखकर उनकी कॉपी कर स्टंट करने की प्रैक्टिस करने लगे। जिसके बाद वो देश में साइकिल स्टंट लेकर आए और इसका नाम MTV Freestyle दिया। रोहित इस नाम के पीछे की वजह बताते हुए कहते हैं कि स्टंट शब्द थोड़ा क्रिमिनल एक्टिविटी जैसा लगता है। इसलिए इसको फ्री स्टाइल नाम दिया कि आप साइकिल से कुछ भी कर सकते हैं।

रोहित बताते हैं कि जब वो 13 साल के थे तो मोबाइल नहीं था। यूट्यूब पर वीडियो देखने के लिए कैफे जाते थे। उसे दिमाग में बैठाकर घर आते थे और स्टंट की प्रैक्टिस करते थे।

नॉर्मल साइकिल से की शुरूआत

रोहित बताते हैं कि पहले उन्होंने नॉर्मल साइकिल से स्टंट की शुरूआत की। विदेशों में स्टंट करने वाले एसेंबल साइकिल का इस्तेमाल करते हैं। यह पूरी तरह से एलुमिनियम का बना होता है। स्टंट करने वाली साइकिलों के ब्रेक, रिम, सीट सब नॉर्मल साइकिल से अलग होते हैं। साइकिल की कीमत लगभग 1 लाख से 1.5 लाख तक की होती है।

शौक के लिए शुरूआत की, आज कमा रहे लाखों रूपए

रोहित का कहना है कि कोरोना काल में तो काफी दिक्कतें हुईं, लेकिन शोज, ब्रांड डील या किसी के लिए वीडियो बनाकर कमाई चलती रही। लेकिन अब कोई कंपनी अपनी ब्रांडिंग करने के लिए ऑफर करती है और इसका चार्ज 50 से 60 हजार रुपए होता है। महीने में 3-4 ऑफर आ जाते हैं। सालाना इनकम 20-25 लाख के बीच हो जाती है।

2019 में आमिर खान के साथ कर चुके हैं काम

रोहित पहले मजे-मजे में स्टंट किया करते थे। फिर उन्हें शो के पैसे मिलने लगे। उसके बाद उन्होंने ऑल इंडिया शो किया। अभिनेता आमिर खान के साथ काम करने का भी उन्हें मौका मिल चुका है। रोहित को कई पंजाबी गानों में स्टंट करने का मौका मिला है।

साइकिल स्टंट सीखने में कितना दिन लगा, इस पर रोहित कहते हैं कि बेसिक सीखने में 3 महीने लग गए थे। लेकिन, फिर उसमें परफेक्ट होने में रोहित को 6 महीने लग गए। रोहित कहते हैं कि जितनी मेहनत की जाए, उतना हम परफेक्ट होते हैं।

स्टंट से फिक्स पैसे नहीं आ पाते हैं इसलिए रोहित साइकिलिंग भी करते हैं। आज रोहित की टीम में आठ लोग हैं। टीम का नाम WTF- We the Family, We the Future है। यह पूरे भारत में एमटीवी स्टंट नाम से एक कम्यूनिटी चलाती है।

साइकिलिंग के दौरान किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए

रोहित बताते हैं कि साइकिलिंग के दौरान उन्हें भी फ्रैक्चर के साथ काफी अंदरूनी चोटें आई हैं। कितना भी गार्ड और किट पहन लें, शुरूआत में चोट लगती ही है। लेकिन, इससे डरने की जरूरत नहीं है। गिरते वक्त क्रैश करना और रोल करना सीखें।

रोहित के कमाई का जरिया क्या है?

रोहित का दावा है कि वो साइकिल स्टंट करने वाले लोगों में पहले व्यक्ति हैं, जिनका इंस्टाग्राम वैरिफाइड है। इसी पर कॉन्ट्रैक्ट के जरिए ऐड मिलते हैं। दो से तीन महीने का एग्रीमेंट होता है। ज्यादातर उन्हें मार्केट में आने वाली नई साइकिल को प्रमोट करने का ऑफर मिलता है।

साइकिल स्टंट को ओलंपिक खेलों का दर्जा मिले

रोहित बताते हैं पहले यह गेम इंडिया में नहीं था। अब हम ऑल इंडिया के स्टंट राइडर्स कोशिश कर रहे हैं कि साइकिल स्टंट को ओलंपिक में जगह मिले। उन्हें उम्मीद है कि जल्द ऐसा होगा। अभी साइकिल की चैंपियनशिप सिर्फ पोलैंड में होती है।

रोहित कहते हैं कि भारत में लोग स्टंट को स्पोर्ट के रूप में नहीं, बल्कि एंटरटेनमेंट के रूप में देखते हैं। वे चाहते हैं कि स्टंट राइडिंग को भी खेल का दर्जा मिले। बाकी खेलों की तरह सुविधाएं मिले और एक कम्युनिटी और ऑर्गनाइजेशन बनाई जाए।

अगर किसी को करियर बनाना है तो क्या करें

रोहित का कहना है कि साइकिल स्टंट को युवा सेकेंड ऑप्शन में रख सकते हैं। क्योंकि, ये गेम न तो ओलंपिक में है और न ही किसी और गेम की कैटेगरी में। रोहित केंद्र सरकार से इसे नेशनल चैंपियनशिप करने की मांग कर रहे हैं। अभी नॉर्मल साइकिल की रेसिंग होती है, जिसमें कोई स्टंटबाज तीन- चार स्टेट लेवल या नेशलन लेवल जीत जाता है तो उसे सरकारी नौकरी मिल जाती है। लेकिन हमारे प्रोफेशन में सरकार की तरफ से ऐसा कुछ नहीं है। इस पर भी सरकार को सोचना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा जो इसमें इंट्रेस्टेड हैं, वो आगे आएं।

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Author: newtraffictail

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