वाशिम: वाशिम जिले के रिसोद तालुका के मौजे लोनी खुर्द गांव में मातंग समुदाय की बस्ती पर गांव के कुछ गुंडों ने हमला कर दिया. 20/11/2021 को धारदार हथियार से हमला किया। हमले में मातंग समुदाय की महिलाएं, पुरुष, बुजुर्ग और बच्चे घायल हो गए। हमला इतना भीषण था कि समुदाय के पांच सदस्यों को गंभीर हालत में इलाज के लिए नागपुर ले जाया गया। हमले के डर से कुछ लोग गांव छोड़कर भाग गए हैं। पांच महीने के इलाज के बाद घायल अपने गांव लौट चुके हैं। आरोपियों को पुलिस ने अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस कार्रवाई का बदला लेने के लिए कई लोगो ने इस परिवार का गाव मे बहिष्कार शुरू कर दिया है।कुछ ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार व समुदाय के अन्य सदस्यों को किराने का सामान नहीं दिया, चक्की पर आटा नहीं पिसने नही दिया गया है,बिजली की आपूर्ति भी खंडित कर ही गई है। पूर्व राज्य मंत्री मधुकरराव कांबले के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर वाशिम से मुलाकात कर पीड़ित मातंग परिवार को , किराने का सामान,आटा चक्की, सुविधा उपलब्ध कि जाए व बिजली आपूर्ति के लिए स्वंतंत्र डीपी की व्यवस्था उपलब्ध कराने और गांव में मातंग समुदाय के लिए स्वतंत्र और अलग सड़क निर्माण कराकर मातंग समुदाय को पुनर्वासित करने की मांग मुख्यमंत्री से किया है।एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा बयान जिला कलेक्टर वाशिम को सौंपा गया मैंने मुख्यमंत्री से संपर्क किया है।एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा निवेदन जिला कलेक्टर वाशिम को सौंपा गया। इस समय, पूर्व राज्य मंत्री मधुकरराव कांबले के साथ, पद्म श्री माननीय नामदेव कांबले, विनोद जोगदंड, कैलास थोराट, आत्माराम सुतार, संजय अंभोरे, संजय वैरागड़े, रवि कुमार कांबले, समाधान साठे, परिमल कांबले, तुकाराम कांबले, शंकर पाटिल, उत्तम लगाड, पूर्व सरपंच अवचार सहित जिले के कई अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे.