Credit Card: आपके पास भी अगर यह फोन आता है कि बैंक की तरफ से आपको फ्री क्रेडिट कार्ड (Free Credit Card) ऑफर किया जा रहा है तो समझिए एग्जीक्यूटिव आपको गलत बता रहा है. दरअसल, क्रेडिट कार्ड पर कई ऐसे चार्ज लगाए जाते हैं जिनकी तरफ से न तो बैंक और न ही कॉल करने वाला जानकारी देता है. अक्सर कॉलर रिवार्ड प्वाइंट और शॉपिंग पर मिलने वाली छूट के बारे में ही बताता है और इन्हें सुनकर ही आप आकर्षित हो जाते हैं. आइए जानते हैं क्रेडिट कार्ड पर लगने वाले उन चार्ज के बारे में, जिनके बारे में कोई नहीं बताता.
एनुअल चार्ज
यह चार्ज बैंकों के हिसाब से अलग-अलग होता है. कुछ बैंक यह चार्ज नहीं लेते लेकिन वह साथ में यह शर्त रख देते हैं कि आपको हर साल इतने रुपये की शॉपिंग करनी होगी. कुछ बैंक किसी भी बिल को कार्ड से कनेक्ट करने पर सालाना शुल्क को वेव ऑफ कर देते हैं. इस बारे में क्रेडिट कार्ड एप्लाई करने से पहले ही जानकारी कर लें. क्योंकि एग्जीक्यूटि हमेशा यही कहता है कि यह क्रेडिट कार्ड बिल्कुल फ्री है. लेकिन वह इसके पीछे छिपी शर्तों के बारे में जानकारी नहीं देता.
बकाया पर ब्याज
ब्याज तो हर बैंक लगाता है. यह चार्ज ड्यू डेट पर पेमेंट नहीं करने पर लगता है. कुछ लोग सोचते हैं कि मिनिमम अमाउंट पे करने पर ब्याज नहीं लगेगा. लेकिन ऐसा नहीं है. मिनिमम अमाउंट पे करने पर आप पेनाल्टी से बच जाते हैं लेकिन आपको 40 से 42 प्रतिशत का भारी-भरकम ब्याज तो देना ही होगा. इसलिए कोशिश करें कि ड्यू डेट से दो-तीन दिन पहले ही बिल पे कर दें.
कैश निकालने पर चार्ज
हर क्रेडिट कार्ड में एक कैश लिमिट होती है. यदि आप क्रेडिट कार्ड के जरिये कैश निकाल रहे हैं तो यह ध्यान रखिए, पैसे निकालते ही बैंक ने चार्ज लगातना शुरू कर दिया है वो भी भारी-भरकम. कार्ड से शॉपिंग करने पर आपको ड्यू डेट तक बिना किसी चार्ज के पैसे चुकाने होते हैं. लेकिन कैश निकालने पर ऐसा नहीं है. ऐसे में संभव हो सके तो क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने से बचे.






