इस साल के आखिरी नोबेल पुरस्कार की घोषणा हो गई है। अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार 2025 के संयुक्त विजेता जोएल मोकीर, फिलिप अघीयो और पीटर हॉविट चुने गए हैं। उन्हें नवाचार और तकनीकी विकास से प्रेरित आर्थिक वृद्धि पर किए गए उनके अध्ययन के लिए सम्मानित किया गया है।
इन विजेताओं ने बताया कि पिछले दो शताब्दियों में दुनिया ने पहली बार सतत आर्थिक विकास का अनुभव किया, जिसने करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला और समृद्धि की नींव रखी। उनका कार्य दर्शाता है कि सतत विकास को सामान्य नहीं माना जा सकता, क्योंकि मानव इतिहास के अधिकांश हिस्सों में आर्थिक ठहराव ही सामान्य रहा है।
जोएल मोकीर को 10 करोड़ रुपए की राशि का आधा हिस्सा मिलेगा।
बाकी राशि को फिलिप अघीयो और पीटर हॉविट के बीच बांटा जाएगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, विजेताओं का शोध इस बात पर जोर देता है कि सतत आर्थिक विकास के लिए नवाचार और तकनीकी प्रगति आवश्यक हैं। साथ ही यह भी चेतावनी देता है कि अगर विकास की संभावनाओं को नजरअंदाज किया गया तो आर्थिक ठहराव और चुनौतियां बढ़ सकती हैं।
इस वर्ष के विजेताओं ने दुनिया को यह सिखाया कि नवाचार केवल आर्थिक वृद्धि का माध्यम नहीं, बल्कि भविष्य की समृद्धि की गारंटी भी है।






