Maharashtra News: ‘महत्वपूर्ण मुद्दों की चर्चा तक नहीं की…’, शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन अजित पवार का CM शिंदे पर वार

Mumbai News: अजित पवार ने कहा कि फसल बीमा, सीमा विवाद जैसे कई मुद्दों पर सीएम ने कोई ठोस जवाब नहीं दिया, वहीं नाना पटोले ने विधानसभा अध्यक्ष पर विपक्ष की मांगों को न सुनने का आरोप लगाया.

Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने यहां शीतकालीन सत्र (winter session) के अंतिम दिन शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने विधानमंडल में उठाए गए महत्वपूर्ण मुद्दों की चर्चा तक नहीं की. विधानसभा और विधान परिषद का 19 दिसंबर से शुरू हुआ सत्र शुक्रवार को समाप्त हो गया.

विपक्ष ने की थी चार दागी मंत्रियों के इस्तेफे की मांग- पवार
पवार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विपक्ष ने चार ‘दागी’ मंत्रियों के इस्तीफे की मांग की थी. उन्होंने कहा कि सरकार ने मंत्रियों अब्दुल सत्तार और संजय राठौड़ का बचाव किया जिन्हें अलग-अलग मामलों में उच्च न्यायालय की विपरीत टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता ने कहा, ‘‘सरकार ने न तो कार्रवाई की और न ही इस मुद्दे पर संतोषजनक जवाब दिया.’’

‘सत्र में कई मौकों पर अनुपस्थित रहे सीएम’
उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह, हमने महाराष्ट्र के राज्यपाल (भगत सिंह कोश्यारी) को महाराष्ट्र की महान हस्तियों का कथित तौर पर अपमान करने वाली टिप्पणियों के लिए हटाने की मांग की थी.’’ उन्होंने दावा किया कि सरकार ने इस संबंध में समुचित जवाब नहीं दिया. विपक्ष के नेता ने कहा कि 10 दिनों के सत्र के दौरान कई मौकों पर मुख्यमंत्री अनुपस्थित रहे.

‘सीमा विवाद, फसल बीमा…पर भी नहीं मिली कोई ठोस जवाब’
पवार ने आरोप लगाया कि विपक्ष ने कर्नाटक के सीमावर्ती क्षेत्रों में मराठी भाषी लोगों की समस्याओं को उठाया, लेकिन सरकार जवाब देने में विफल रही. उन्होंने दावा किया कि सरकार ने फसल बीमा और कपास, धान, संतरे और सोयाबीन के लिए लाभकारी कीमतों के मुद्दों पर कोई ठोस जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि 78,000 करोड़ रुपये की पूरक मांगों को पेश करना वित्तीय रूप से विवेकपूर्ण नहीं था.

फसल नुकसान पर किसानों को मिल रहा 5 या 50 रुपए मुआवजा- पटोले
इस बीच कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर की आलोचना करते हुए उन पर विपक्ष की मांगों को नहीं सुनने का आरोप लगाया. उन्होंने फसल बीमा योजना के कार्यान्वयन पर भी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि किसानों को फसल नुकसान होने पर सिर्फ पांच या 50 रुपये का मुआवजा मिल रहा है.

पटोले ने कहा कि एकनाथ शिंदे सरकार ने धान किसानों के लिए 300 रुपये से 400 रुपये प्रति क्विंटल के बोनस की घोषणा की है, लेकिन राज्य की पिछली महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार ने 700 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस दिया था.

 

newtraffictail
Author: newtraffictail

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

FOLLOW US

Live Cricket

POll

What does "money" mean to you?
  • Add your answer

TRENDING NEWS

Advertisement

GOLD & SILVER PRICE

Rashifal